सनातन धर्म में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) को बहुत महत्व दिया जाता है. सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. इस साल मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार, सूर्य देव ने 14 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश किए। ऐसे में उदया तिथि के कारण आज 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जा रही है। छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले के तामिया विकासखंड से 55 किमी दूरी पर अनहोनी गरम कुंड स्थित है जहां पर 14 जनवरी से सात दिवसीय विशाल मेला शुरू हो गया है, अनहोनी गर्म कुंड में आस्था की डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ने लगे है। प्राकर्तिक कारणों से वर्षभर यहां खोलता हुआ गरम पानी निकलता है। स्थानीय लोग इसे दैविक कारण बताते है। वही वैज्ञानिकों के अनुसार मंदिर स्थल के नीचे जमीन में प्रचुर मात्रा में सल्फर की मात्रा बताया गया है जिसके होने से पानी में उबाल आना बताया जाता है। ऐसी मान्यता है कि गर्म पानी के कुंड में स्नान करने से फोड़े, फुंसी, दाद-खाज, खुजली आदि चर्म रोगों से छुटकारा मिलता है। कुंड के पास ही अनहोनी माता और हनुमान मंदिर स्थापित है यही वजह है कि अनहोनी गर्म कुंड (अमोनी समोनी) के नाम से यह कुंड दूर-दूर तक प्रसिद्ध है।
14 जनवरी से शुरू हुआ है विशाल अनहोनी मेला -
मकर संक्रांति पर 14 जनवरी से यहां पर सात दिवसीय विशाल मेला शुरू हो गया है। कोविड की बजय से दो साल से मेला आयोजित नहीं हो सका था इसलिए इस वर्ष मेले में नागपुर, बैतूल, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, जबलपुर तथा अन्य स्थानों से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। आज प्रात: काल से ही यहां पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए लोगों का उजूम उमड़ा हुआ है. ऐसी मान्यता है की संक्रांति के दिन भगबान शंकर, माता पार्वती, और माँ अनहोनी के दर्शन कर उन्हें तिल के लडुओं व खिचड़ी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। झिरपा और चांवलपानी के निकट स्थित अनहोनी में 14 जनवरी से शुरू हुआ मकर संक्रांति का मेला 21 जनवरी तक चलेगा।
जानिए अनहोनी गर्म पानी कुंड के प्रति लोगों में आस्था और विशेषता -
यह एक बहुत ही विचित्र जगह है, यहाँ पर पानी को गर्म करने के लिए किसी प्रकार की आग की जरुरत नही होती. ये पानी अपने आप उबलता है इसलिए इसे अनहोनी नाम दिया गया है. कुछ लोग इसे आमोनी सामोनी भी कहते है। लोगों में ऐसी आस्था है कि मकर संक्रांति में गंगा स्नान की तरह अनहोनी के गर्मजल से स्नान करने से पुण्य लाभ प्राप्त होता है. श्रद्धालु मकर स्नान के बाद भगवान सूर्यदेव समेत अनहोनी माँ की आराधना के बाद तिल के लड्डू, व खिचड़ी का भोग लगाते है और दान करने के बाद सह- परिवार भोजन ग्रहण करते है इसके बाद मेले का लुप्त उठाते हैं।
प्रकृति की मनोरमा छटा के बीच स्थापित है अनहोनी गर्म कुण्ड धाम -
अनहोनी गर्म कुण्ड धाम छिंदवाड़ा से 115 किलोमीटर और पिपरिया (होशंगाबाद) से 48 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रकृति की अद्भुत मनोरम स्थल सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। जंगलों और पहाड़ी की तलहटी में बसा अनहोनी गर्म कुंड धाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यहां पर वर्षभर सैलानियों का ताता लगा रहता है। यहाँ ऐसे चमत्कारिक कुंड है जिसमें नहाने से सभी चर्मरोग दूर हो जाते हैं. सालभर हर मौसम में इस कुंड का पानी गर्म रहता है। यही वजह है कि गर्म पानी के नाम से यह कुंड दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। जीर्णोद्धार के बाद यह स्थान अब पर्यटक स्थल का रूप ले चुका है. गरम पानी कुंड के चारों तरफ हरे-भरे घने जंगल हैं जिसके चलते यहां की खूबसूरती देखते ही बनती है. प्राकृतिक सौंदर्यता से भरपूर और सर्दी के मौसम में प्राकृतिक गर्म पानी से नहाने की चाहत यहां हर किसी को खींच लाती है। प्राकृतिक गर्म पानी कुंड की खासियत से डॉक्टर खुद हैरान हैं, लेकिन चमत्कार जैसे दावों को सिरे से खारिज करते हुए नजर आ रहे हैं. चांवलपानी के रसायन वैज्ञानिक मुकेश नागवंशी की मानें तो कुंड के पानी में सल्फर की प्रचुर मात्रा है, जिसकी वजह से यहां का पानी हमेशा गर्म रहता है और सल्फर की वजह से चर्मरोगी पीड़ित राहत महसूस करते हैं.
कैसे पहुंचे अनहोनी गर्म कुंड धाम -
प्राकर्तिक रुप से बने इस स्थल का नजारा देखने के लिए बस, रेल और हवाई यात्रा का साधन अपनाया जा सकता है। अनहोनी गर्म कुण्ड पहुचने के लिए जुन्नारदेव, परासिया, पिपरिया तथा छिंदवाड़ा से रेल एवं सड़क मार्ग से पंहुचा जा सकता है तथा हवाई साधन के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट नागपुर, जबलपुर और भोपाल है। पिपरिया से 40 किमी, तामिया से लगभग 55 किमी, झिरपा से 12 किमी, चावलपानी से 13 और मटकुली से 18 किमी. दूर स्थित अनहोनी गर्मकुंड चावलपानी मार्ग पर स्थित है। मुख मार्ग से 5 किमी अंदर वन्य सीमा पर स्थित यह धार्मिक स्थित कई सालों से आस्था का केंद्र बना हुआ है।
कहां ठहरें -
अनहोनी में कोई होटल नही है पर यहां ठहरने के लिए आपको मटकुली, छिंदवाड़ा, तामिया, जुन्नारदेव, परासिया तथा पिपरिया में हर बजट के होटल मिल जायेंगे। इसके अलावा अनहोनी से 15 किलोमीटर दूरी पर सावरवानी- टालढाना ग्राम में कम किराये में कॉटेज (होम स्टे) बनाए गए हैं।
नजदीकी पर्यटन स्थल -
अनहोनी गर्म कुण्ड के नजारे के साथ-साथ घोगरा वाटर फॉल, मां विजासन मंदिर (सालय मंदिर), खारा पानी दैविक स्थान, राजाखोह, तामिया मिनी हिल स्टेशन,छोटा महादेव ,सतधारा,पातालकोट, देवरानी दाई, सिमरिया हनुमान मंदिर,देवगढ़ किला,चौरागढ़, जुन्नारदेव पहली पायरी, गुफा महादेव, पंचमढ़ी आदि का भी आनंद लिया जा सकता है।